LoC के पार व्यापर को क्यों रोका गया ?
LoC क्या है ?
- इस रेखा को पहले युद्ध-विराम रेखा भी कहा जाता था। लेकिन 3 जुलाई, 1972 के शिमला समझौते के अनुसार इसका नाम बदल नियंत्रण रेखा रखा गया।
- चीन द्वारा नियंत्रित कश्मीर के अक्साई चीन नामक हिस्से और भारत के नियंत्रण वाले जम्मू-कश्मीर के बिच में एक और युद्ध-विराम रेखा है।
- नियंत्रण रेखा के इक ओर पाकिस्तान का गिलगित-बलिस्तान है।
LoC के पार होने वाला व्यापर कैसा है?
- ये व्यापर सप्ताह में चार दिन ही होता है
- इस व्यापर का सीधा सा मकसद ये है के ये दोनो पार रहने वाले लोगो को जो स्थानीय लोग होते है उनको इस व्यापर से लाभ हो।
- ये व्यापर वस्तु-विनिमय प्रणाली से होता है और इसपर शुन्य चुंगी लगती है।
- ये व्यापर मुख्यता दो स्थानों से होता है एक तो बारामुला ज़िले के उरी के पास स्थित सलामबाद और दूसरा स्थान है पुंछ ज़िले का चक्कन-दा-बाग।
व्यापर को क्यों रोका गया ?
- इस व्यापर में सलग्न कई लोग प्रतिबंधित आतंकी संघठनो और अलगाववादी संस्थानों से जुड़े है।
- इस व्यापार के द्वारा राष्ट्र-विरोधी लोग हवाला का धन, हथियारों और नशीली दवाओं को भारत में ला रहे थे।
- इस मार्ग के द्वारा कई देशो से और अन्य क्षेत्र से भी माल आने लगा था।
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