जैसा तुम सोचते हो वैसे ही तुम बन जाते हो
गौतम बुद्ध
As you think
Just as you become
ये हम पर निर्भर करता है के हम किस सोच को किस तरह से सोचते है ऐसा बिलकुल भी ज़रूरी नहीं के आप जो समझे या आप जो चाहे वो आपकी नज़रो में तो सही होगा लेकिन दूसरे उसे अपनी नज़रो में सही समझे। अगर हम अपनी सफलता चाहते है तो हमें इन सब चीज़ो का त्याग करना होगा जो हमें सफलता से रोकते है बहोत सी बाते हमारे आस पास ऐसी होती है जो हमें अच्छी नहीं लगती लेकिन हमें वो समझना होगा ये उसे इग्नोर कर आगे बढ़ना होगा।
हमें अपने आपको वही महसूस करना होगा वही सोच न होगा जो हम चाहते है तभी हम सफलता के रस्ते आने वाले कठिनाईयों को पार कर पाएंगे वर्ण हार कर बैठ न पड़ेगा
Good
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